कोलकाता पश्चिम बंगाल
इनपुट: सोशल मीडिया
कोलकाता :--- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इमामों के साथ बैठक में कहा कि, मुर्शिदाबाद जिले के कुछ इलाकों में वक्फ अधिनियम को लेकर कुछ अशांति हुई. उन्होने जिले में हुई सांप्रदायिक हिंसा को 'पूर्व नियोजित' करार दिया. ममता ने बीएसएफ, केंद्रीय जांच एजेंसियों और बीजेपी के एक वर्ग पर बांग्लादेश से सीमा पार से घुसपैठ की कथित रूप से सुविधा प्रदान करके तनाव को बढ़ावा देने का आरोप लगाया.
ममता बनर्जी ने कहा कि, विपक्ष दावा कर रहा है कि तृणमूल कांग्रेस वक्फ हिंसा में शामिल है, अगर ऐसा होता तो उसके नेताओं के घरों पर हमले नहीं होते. उन्होंने कहा कि, संसद में वक्फ कानून के खिलाफ लड़ाई में तृणमूल कांग्रेस सबसे आगे थी.
इमामों के साथ बैठक में बोलते हुए, ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि पड़ोसी बांग्लादेश में अस्थिर स्थिति के बावजूद, केंद्र सरकार ने सीमा पार से अवैध प्रवेश की अनुमति दी. उन्होंने दावा किया कि बीएसएफ और कुछ एजेंसियों ने बंगाल में अशांति फैलाने में भूमिका निभाई. ममता ने आरोप लगाते हुए कहा कि, भाजपा द्वारा वित्त पोषित कुछ मीडिया घराने बंगाल को बदनाम करने के लिए अन्य राज्यों में हुई हिंसा के वीडियो प्रसारित कर रहे हैं.
बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वक्फ संशोधन अधिनियम को लागू नहीं करने का आग्रह किया. साथ ही ममता ने पीएम मोदी से अमित शाह के नेतृत्व वाले केंद्रीय गृह मंत्रालय को नियंत्रण में रखने का अनुरोध किया.
ममता ने कहा, "मैं प्रधानमंत्री से अमित शाह पर नियंत्रण रखने का अनुरोध करूंगी, वह अपने राजनीतिक एजेंडे को पूरा करने के लिए देश को नुकसान पहुंचा रहे हैं." बनर्जी ने आगे कहा कि, उन्हें मुर्शिदाबाद में अशांति में सीमा पार से तत्वों की भूमिका का दावा करने वाली खबरें प्राप्त हुईं. उन्होंने सवाल किया कि, क्या सीमा की रक्षा करना बीएसएफ की भूमिका नहीं है. राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय सीमा की रक्षा नहीं करती है. उन्होंने कहा कि, केंद्र सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए.
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद हिंसा के दौरान मारे गए तीन लोगों के परिवारों के लिए 10-10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की. साथ ही उन्होंने राज्य के मुख्य सचिव को बीएसएफ की भूमिका की जांच शुरू करने का निर्देश दिया.
उन्होंने आरोप लगाया कि बल ने गोलीबारी की, जिसके कारण उनमें से एक की मौत हो गई. ममता ने कहा कि, वह पता लगाएंगी कि हिंसा के दौरान युवाओं को पत्थरबाजी करने के लिए बीएसएफ ने सीमावर्ती क्षेत्रों में किसे पैसे दिए. उन्होंने भाजपा से जुड़े बाहरी लोगों के राज्य में घुसने और हिंसा भड़काने का आरोप भी लगाया.
वहीं दूसरी तरफ मुर्शिदाबाद हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल बीजेपी ने ममता सरकार पर निशाना साधा. विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि, पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. हिंदू आबादी भावुक है, यह दुखद है... पूरा राज्य सड़कों पर है और हिंदू शहीद दिवस मना रहा है. उन्होंने कहा कि, ममता बनर्जी को पद छोड़ देना चाहिए और उन्हें जेल जाना चाहिए। Front News India उन्होंने कहा, "हम कायर हिंदू नहीं हैं, हम स्वामी विवेकानंद के हिंदू हैं."
वहीं, भाजपा विधायक शंकर घोष ने कहा कि, पश्चिम बंगाल में हिंदू सुरक्षित नहीं हैं. वह बार-बार कह रहे थे कि पश्चिम बंगाल में हिंदू विरोधी सरकार सत्ता में आ गई है. उन्होंने कहा कि, ममता बनर्जी अपनी हरकतों से हिंदुओं की बलि चढ़ाना चाहती हैं।