जंगीपुर पश्चिम बंगाल
इनपुट:सोशल मीडिया
जंगीपुर:--- पश्चिम बंगाल पुलिस ने मुर्शिदाबाद में हिंसा के दिन हरगोबिंदो दास और उनके बेटे चंदन की हत्या के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें से एक को बीरभूम के मुराराई से और दूसरे को मुर्शिदाबाद के सुती से गिरफ्तार किया गया.एडीजी (दक्षिण बंगाल) सुप्रतिम सरकार ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया, "हमने दो भाइयों कालू नादाब और दिलदार नादाब को गिरफ्तार किया है. दोनों जाफराबाद के पास दिघरी में रहते हैं. कालू को मुराराई से गिरफ्तार किया गया, जबकि उसके भाई को सुती से पकड़ा गया. दोनों को बाद में अदालत में पेश किया जाएगा. हम उनकी पुलिस हिरासत की मांग करेंगे."
असमाउल नादाब (25) उर्फ कालू और उसका भाई दिलदार धुलियान नगर पालिका के अंतर्गत वार्ड 16, दिघरी के निवासी हैं. दोनों मनु नादाब के बेटे है.
पिछले हफ्ते मुर्शिदाबाद में नए वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी. पुलिस ने हिंसा के सिलसिले में करीब 200 लोगों को गिरफ्तार किया है. लेकिन आम लोगों का दावा है कि मुख्य साजिशकर्ता अभी भी फरार हैं.अब सवाल उठ रहा है कि क्या हिंसा में आतंकी संगठन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) के सक्रिय सदस्य शामिल थे.
नवाबगंज, बांग्लादेशी बस्ती है, जो मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज के पूर्व में है.
खुफिया सूत्रों के मुताबिक इस इलाके में आतंकी संगठन एबीटी सक्रिय है. सूत्रों का कहना है कि संगठन के सदस्य मछुआरों के वेश में भारत में घुसकर वहां अशांति फैलाने के लिए गुप्त शिविर स्थापित कर सकते हैं.
जंगीपुर के रघुनाथगंज, सूती, शमशेरगंज में हिंसा के बाद पिछले कुछ दिनों से माहौल तनावपूर्ण है. हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है. उपद्रवियों के उत्पात के कारण कई परिवार इलाके से पलायन कर चुके हैं. कई लोग डर के मारे दूसरे जिलों या राज्यों में शरण लिए हुए हैं.
हालात पर काबू पाने के लिए इलाके में केंद्रीय बलों को तैनात किया गया है। इसके बाद से ही जिले में केंद्रीय बलों का रूट मार्च जारी है. पश्चिम बंगाल पुलिस भी कानून-व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है.
बंगाल पुलिस के एडीजी (कानून व्यवस्था) जावेद शमीम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, "200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है। Front News India कई लोग अभी भी डरे हुए हैं. उनका डर दूर करना हमारा काम है. पिछले 36 घंटों में कोई नई अशांति नहीं हुई है."
शमीम ने कहा, "बहुत सारी अफवाहें सुनने को मिल रही हैं. रविवार को भी एक व्यक्ति ने हमें फोन करके बताया कि इलाके में बहुत सारे बम बरामद हुए हैं. जब मैं मौके पर गया तो मुझे कुछ नहीं दिखा. इन सब बातों से लोगों में डर पैदा हो रहा है. इस डर को दूर करने के लिए सबसे पहले अफवाहों को रोकना होगा. इसलिए हम अफवाह
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