उत्तर प्रदेश आगरा
इनपुट:सोशल मीडिया
आगरा:--- छावनी परिषद क्षेत्र में 304 बांग्लादेशी मतदाता बन गए. ये बांग्लादेशी छावनी क्षेत्र के दो बंगले में रह रहे हैं. इनका कोई सत्यापन नहीं हुआ और ना ही किसी तरीके की जांच हुई है. इन सभी बांग्लादेशियों ने चुपके से आवेदन किए, जिससे ये आसानी से छावनी परिषद के मतदाता बन गए हैं। Front News India यह शिकायत पूर्व राज्यमंत्री जीएस धर्मेश ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से की है. यह मुद्दा जब शुक्रवार को छावनी परिषद की बैठक में उठा तो दिल्ली सीबीआई भी हरकत में आ गई.
बता दें कि आगरा छावनी से भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री डॉ. जीएस धर्मेश ने 12 मार्च 2025 को इस बारे में रक्षामंत्री को पत्र लिखा था. इसमें पूर्व मंत्री डॉ. जीएस धर्मेश ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से छावनी परिषद के बांग्लादेशी मतदाताओं की सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी. इस पर शनिवार को सीबीआई की टीम दिल्ली से आगरा आई. यहां से जरूरी दस्तावेज जब्त किए और चली गई. इस बारे में अधिकारी चुप्पी साधे हैं.
बता दें, कि छावनी परिषद की बोर्ड बैठक शुक्रवार को एक घंटे से अधिक समय तक चली. जिसमें छावनी क्षेत्र के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई. बैठक में सबसे अधिक ध्यान भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री डॉ. जीएस धर्मेश के मुद्दे ने खींचा. भाजपा विधायक डॉ. जीएस धर्मेश ने बंगला नंबर 45 और 46 में 500 बांग्लादेशियों का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि आखिर किस तरीके से यह छावनी परिषद के मतदाता बन गए. भाजपा विधायक के तेवर देखकर छावनी परिषद के अधिकारियों ने जांच का आश्वासन भी दिया. इसके बाद सोशल मीडिया पर भाजपा विधायक का 12 मार्च 2025 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को लिखा पत्र वायरल हुआ.
आरटीआई में मिली थी सूचना: भाजपा विधायक डॉ. जीएस धर्मेश का सोशल मीडिया पर वायरल पत्र में मतदाता बने बांग्लादेशियों की जानकारी सूचना का अधिकार (आरटीआई) में मिलने की बात लिखी है. पत्र में लिखा है, कि छावनी परिषद के वार्ड नंबर दो-शहजादी मंडी में बांग्लादेशी मतदाता बनाए गए हैं. यह मतदाता सूची सन् 2024 की है. इसमें बंगला नंबर 46 के पते पर ही 235 मतदाता निवास कर रहे हैं. इसमें 18 साल के युवाओं को जोड़ लिया जाए तो यह संख्या 500 तक पहुंच सकती है.
इनमें 235 मतदाताओं में 158 मुस्लिम मतदाता हैं. यह सभी मुस्लिम मतदाता बांग्लादेशी हैं. वो किस तरीके से उस बंगले में रहने लगे. इन्हें हटाया क्यों नहीं गया. यह सभी छावनी के किरायेदार भी नहीं हैं. इसी तरह से बंगला नंबर 45 के पते पर मतदाता सूची के क्रम संख्या 1507 से 1575 में 69 मतदाता हैं. इसमें 52 मुस्लिम मतदाता हैं. पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक डॉ. जीएस धर्मेश ने बताया कि छावनी परिषद के दो बंगलों में 304 बांग्लादेशी मतदाता हैं. इन सभी के पास दस्तावेज कैसे आए, किस तरीके से बने. इसकी जांच सीबीआई से होनी चाहिए.
इस पर शनिवार शाम को नई दिल्ली से सीबीआई की एक टीम आगरा में छावनी परिषद कार्यालय आई थी। Front News India सीबीआई टीम दस्तावेज ले गई. टीम ने छावनी परिषद कार्यालय में पहुंचकर पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक डॉ. जीएस धर्मेश के आरोप को लेकर जांच की. यहां से दस्तावेज कब्जे में लिए हैं. इस बारे में सीबीआई के साथ ही छावनी परिषद के अधिकारी कुछ नहीं बोल रहे हैं.
इससे पहले ही सीबीआई की टीम तीन बार अवैध निर्माण, छावनी क्षेत्र के बंगलों की खरीद-फरोख्त समेत अन्य शिकायत पर यहां आकर छानबीन और दस्तावेज जुटाकर ले जा चुकी है. बांग्लादेशी के मतदाता बनने की जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है. इससे छावनी परिषद और दो बंगले के लोगों में खलबली मच गई है।