उत्तर प्रदेश बलिया
इनपुट: हिमांशु शेखर
बलिया उत्तरप्रदेश:---1. केले के छिलके की खाद :- अगर आप केले के छिलकों को कूड़े में फेंक देते हैं तो ऐसा ना करें। इसमें पोटैशियम और फॉस्फोरस भरपूर मात्रा में होता हैं, यह पौधे पर फल और फूल लाने में काफी मदद करता हैं। केले के छिलके को सूखा लीजिए और फिर बारीक पीसकर 2-3 चम्मच पौधे की मिट्टी में डालिए।
2. चायपत्ती की खाद :- इस्तेमाल की गई चायपत्ती पौधों के लिए सबसे अच्छा जैविक खाद हैं। इसमें नाइट्रोजन होता हैं जो गुलाब के रंग को निखारता हैं।
3. प्याज के छिलके :- अगर गुलाब के पौधे में फूल नहीं आ रहे हैं या वह जल्दी सूख जाता हैं तो प्याज के छिलकों से बने फर्टिलाइजर का इस्तेमाल करें। इससे पौधे की मिट्टी में नमी बनी रहती हैं और पौधे को सूखने नहीं देता हैं।
4. नीम की खली :- यह पौधे को कीट और फंगस से सुरक्षित रखता हैं और मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाता हैं। मिट्टी की गुड़ाई करके 2 मुट्ठी हर महीने पौधे में डालें।
5. लकड़ी की राख :- यह कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस का अच्छा स्रोत हैं, जो फूलों के विकास में काफी सहायक होता हैं।
6. फिटकरी :- एक लीटर पानी में लगभग 5 ग्राम फिटकरी को डालकर इसे रात भर के लिए छोड़ दें। अगली सुबह इस पानी को गुलाब के पौधे में डालें। फिटकरी में एंटीसेफ्टिक और एंटीफंगल गुण होते हैं।
7. अंडे के छिलके :- यह कैल्शियम का सबसे अच्छा स्रोत हैं जो पौधों की जड़ों को मजबूत करता हैं। अंडे के छिलकों को पीसकर मिट्टी में मिला दें। पौधों में कुछ दिनों में फूल आने शुरू हो जायेंगे।
8. छाछ (मट्ठा) :- छाछ में लाभकारी बैक्टीरिया होते हैं, जो मिट्टी की उर्वरता बढ़ाते हैं और गुलाब की वृद्धि में मदद करते हैं।
9. गोबर की खाद :- इसमें नाइट्रोजन और फास्फोरस काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता हैं जो गुलाब के लिए बेहतरीन जैविक खाद हैं, यह मिट्टी की उर्वरता को भी बढ़ाता हैं। इस तरह पौधों को भरपूर पोषण मिलेगा और फूल आने लगेंगे।
10. किचेन वेस्ट कम्पोस्ट :- सब्जियों और फलों के छिलके या कटे भागों से बना किचेन वेस्ट कम्पोस्ट पौधों को सभी आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता हैं।
इन खादों का इस्तेमाल करके आप गुलाब के पौधे को जरूरी पोषक तत्व दे सकते हैं और उन्हें हरा-भरा और स्वस्थ बना सकते हैं।