आज भी सोचता हूँ, अगर काजल से शादी हुई होती, तो क्या मेरी जिंदगी वैसी होती जैसी आज है?

madhurdarpan
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उत्तर प्रदेश बलिया 
इनपुट: हिमांशु शेखर 



बलिया उत्तरप्रदेश:---रात भर जम के संभोग होगा, सुंदर पत्नी मिल रही है
एक भी दिन अपने से अकेला नहीं रखूंगा खूब प्यार करूंगा दुनिया की सारी खुशी दूंगा जब मेरी शादी fix हुई थी तो मैं यही सोच रहा था और इसमें कुछ गलत नहीं है लगभग हर लड़के और लड़की के मन में ये खयाल आता है
दोस्त अक्सर मजाक करते थे, "लंगूर के मुंह में अंगूर लग गया है," लेकिन मैंने इस बात को कभी गंभीरता से नहीं लिया। मेरी और काजल की शादी हमारे एक जानने वाले ने फिक्स कराई थी। जब मैंने काजल को पहली बार देखा, तो बस देखता ही रह गया। शादी किसी जान-पहचान वाले ने तय कराई थी, तो ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं समझी।

जब काजल के भाई और पिता हमारे घर आए, तो हमने साफ कहा कि हमें दहेज नहीं चाहिए, बस बारात का स्वागत अच्छे से होना चाहिए। साथ ही, हमने यह भी बताया कि हम नॉनवेज नहीं खाते और हमारी कुलदेवी की पूजा में यह वर्जित है, इसलिए काजल को भी शादी के बाद इसे छोड़ना होगा। काजल के पिता और भाई यह सुनकर खुश हुए और बोले कि "काजल नॉनवेज खाती है, लेकिन मन से नहीं, शादी के बाद छोड़ देगी।"

जिस दिन पहली बार हम मिले, उसी दिन हमारा रोका हो गया और एक महीने बाद सगाई की तारीख तय हुई। धीरे-धीरे हमारी बातचीत बढ़ने लगी, पसंद-नापसंद साझा होने लगी, और हम दोनों एक-दूसरे को मन ही मन पसंद करने लगे। हालांकि, किसी ने अपने दिल की बात खुलकर नहीं कही।

सगाई के 15 दिन बाद हमारी शादी थी। हम दोनों मिलने की योजना बनाते रहे, लेकिन व्यस्तताओं के कारण नहीं मिल पाए। आखिरकार, शादी का दिन आ ही गया। मेरी बारात तैयार थी, वहां दूसरी तरफ शादी की तैयारियां जोरों पर थीं। मैं खुश था कि आखिरकार जिस दिन का इंतजार था, वह आ ही गया।

जयमाला के दौरान हम दोनों आपस में बातें कर रहे थे। तभी काजल के कुछ दोस्त आए। काजल ने खाने के लिए कहा, तो उन्होंने मजाक में कहा, "आज तो हमारा नॉनवेज का प्लान है, शादी में नहीं खाएंगे।" इस पर काजल हंसते हुए बोली, "मेरी शादी है, तुम लोग अकेले जाओगे?" उसकी दोस्त ने जवाब दिया, "आज अकेले जाएंगे, लेकिन कुछ दिन बाद तुम्हें भी साथ ले चलेंगे, तुम्हारी पार्टी तो बनती है!"

मैंने हल्के अंदाज में कहा, "काजल जी, आज से तो आप वेजिटेरियन हो रही हैं, तो नॉनवेज पार्टी में कैसे जाएंगी?"

काजल ने आश्चर्य से मेरी तरफ देखा और बोली, "मैं वेजिटेरियन हो रही हूं? यह कब तय हुआ?"

मैंने बताया कि हमारे परिवार में नॉनवेज पूरी तरह से वर्जित है, शादी के बाद आप भी नहीं खा सकतीं।

काजल ने तुरंत जवाब दिया, "अच्छा? ऐसा था तो पहले क्यों नहीं बताया?"

मैंने कहा, "आपके पापा और भाई को बताया था। उन्होंने कहा कि आप मन से नॉनवेज नहीं खातीं और शादी के बाद छोड़ देंगी, इसलिए इस पर ज्यादा चर्चा नहीं हुई।"

काजल ने हैरानी से कहा, "पर मेरे पापा ने मुझसे तो कुछ नहीं कहा। और किसने कहा कि मैं बे-मन से खाती हूं? मुझे नॉनवेज बहुत पसंद है, मैं इसे नहीं छोड़ूंगी। आप अपने घर का नियम बदलिए, मैं नॉनवेज नहीं छोड़ सकती।"

मैंने शांत स्वर में कहा, "घर के रिवाज बदले नहीं जाते।"

इस पर काजल ने कहा, "अगर ऐसा है, तो मैं शादी नहीं कर सकती!"

मुझे लगा कि वह मजाक कर रही है, इसलिए आगे कुछ नहीं कहा। लेकिन तभी काजल ने अपने भाई को बुलाया और कुछ कहा। भाई ने गुस्से से देखा और "बैठो!" कहकर उसे शांत रहने को कहा।

थोड़ी देर बाद उसके पापा आए और उसे समझाने लगे। अब मुझे समझ आ गया था कि कुछ गड़बड़ है। मैंने पूछा, "क्या हुआ?"

काजल बोली, "मैंने कहा कि मैं शादी नहीं कर सकती, क्योंकि मैं अपना खाना नहीं बदल सकती।"

मैंने तुरंत कहा, "ठीक है, तो शादी कैंसल करते हैं।"

मैं स्टेज पर ही बैठा रहा, लेकिन धीरे-धीरे माहौल बदलने लगा। कभी उसकी मामा समझाने आते, कभी उसकी मां। मेहमानों को भी समझ आ गया कि कुछ गड़बड़ है। लोगों के लिए यह मजेदार तमाशा बन गया था।

मैं स्टेज से उठने लगा, लेकिन उसके पापा ने मुझे बैठाया और समझाने लगे। तब तक मेरे पापा भी आ गए। मैंने उनसे कहा, "पापा, मुझे यह शादी नहीं करनी। रोज़-रोज़ परेशान होने से बेहतर है, आज ही फैसला कर लिया जाए।"

मेरे पापा तुरंत बोले, "ठीक है, बेटा, जैसा तुम्हारा मन।"

अब सबकी नजरें हम पर थीं। पूरा मामला साफ हो चुका था कि लड़की सिर्फ नॉनवेज के लिए शादी से इनकार कर रही है।

तभी काजल के पापा और भाई बोले, "बहुत ज्यादा नुकसान हो जाएगा, आप शादी कर लीजिए।"

मैंने साफ कहा, "हम इतने सक्षम हैं कि आपके नुकसान की भरपाई कर सकते हैं। जो खर्च हुआ है, मैं लौटा दूंगा, लेकिन शादी नहीं करूंगा।"

रिश्तेदारों ने समझाने की बहुत कोशिश की, "देखो, काजल मान गई है, अब शादी कर लो। एक लड़की के बारे में सोचो, अगर वह बारात से वापस चली गई, तो उसकी शादी जल्दी नहीं होगी।"

मैंने सबकी बातें सुनीं, फिर शांत स्वर में कहा,

"जिस लड़की ने सैकड़ों लोगों के सामने सिर्फ नॉनवेज के लिए शादी से इनकार कर दिया, वो क्या मेरे घर में मेरी बूढ़ी मां-बाप के लिए कोई चीज़ बदलेगी? अगर किसी दिन मैं उसकी कोई ख्वाहिश पूरी नहीं कर पाया, तो उसे तलाक देने में दो मिनट भी नहीं लगेंगे।"

मेरे पक्ष के सभी लोग मेरी बात से सहमत थे। मैंने अपनी बारात वापस ले ली। शादी का पूरा खर्च चुका दिया और घर लौट आया।

छह महीने बाद, मेरी शादी अदिति से हुई। आज हमें पांच साल हो गए हैं, और हम बेहद खुश हैं। अदिति को मेरी यह पूरी कहानी पता है।

वहीं, काजल की स्थिति यह है कि आज भी कोई लड़का उसे पसंद नहीं करता, क्योंकि यह मामला पूरे शहर में हाइलाइट हो चुका था।

आज भी सोचता हूँ, अगर काजल से शादी हुई होती, तो क्या मेरी जिंदगी वैसी होती जैसी आज है?

क्या मैंने सही फैसला लिया? 🤔

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