उत्तर प्रदेश प्रयागराज
इनपुट: संतोष मिश्रा
प्रयागराज :--- पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है, लेकिन जब सच सामने लाने वाले पत्रकार ही असुरक्षित महसूस करने लगें, तो यह एक गंभीर चिंता का विषय बन जाता है। हाल ही में सीतापुर में एक पत्रकार की हत्या के बाद अब प्रयागराज में भी एक पत्रकार को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं।
पत्रकार मोहित निषाद ने जताई हत्या की आशंका
मोहित निषाद, जो कि एक जमीनी पत्रकार हैं, पत्रकार ने आरोप लगाया है कि उनके घर के बगल के दबंग और शातिर अपराधी उनकी हत्या की साजिश रच रहे हैं। पत्रकार ने बताया कि उन्होंने सरकारी कुएं की जमीन पर हो रहे अवैध कब्जे के खिलाफ आवाज उठाई थी और आरोपियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया था।
इसके बाद से ही उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं और उनके घर पर चढ़ाई की जा रही है। इस घटना ने स्थानीय लोगों के बीच भी दहशत का माहौल पैदा कर दिया है।
पीड़ित पत्रकार ने बताया कि पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया है, लेकिन अब तक केवल आश्वासन ही दिया जा रहा है। इस मामले में अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
मोहित निषाद ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा, "मेरी हत्या कभी भी करवाई जा सकती है और हमें 3 दिन से लगातार धमकी भी दिया जा रहा है, अगर मुझे कुछ हो जाता है, या मेरी हत्या होती है तो इन दोषियों को सख्त से सख्त सजा जरूर मिलनी चाहिए।"
पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
यह घटना एक बार फिर इस ओर इशारा कर रही है कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। अगर सच लिखने और बोलने वाले ही असुरक्षित रहेंगे, तो समाज में सच्चाई और न्याय की उम्मीद करना मुश्किल हो जाएगा।