देश विदेश
इनपुट: सोशल मीडिया
देश विदेश :---सीरिया में हिंसा से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। लताकिया और टार्टस में बीते कई दिनों से अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा (अबू मोहम्मद अल जुलानी) सरकार की सेना और पूर्व राष्ट्रपति बशर अल असद के समर्थकों के बीच झड़प जारी है। इस हिंसा से 2 दिन में 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा (अबू मोहम्मद अल जुलानी) की सरकार के HTS सुरक्षाबलों ने अलावी अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर भारी हिंसा की है। अलाविया पूर्व राष्ट्रपति बशर अल असद (Basher Al-Assad) के समर्थक माने जाते हैं। इस समुदाय की सबसे ज्यादा हिंसा की शिकार महिलाएं हुईं हैं। महिलाओं को नग्न कर सड़कों पर घुमाने (Naked parade of women) और उन्हें सिर में गोली मारने का भी दावा किया गया है।
एसोसिएटेड प्रेस (AP) की रिपोर्ट के मुताबिक, सीरिया में पिछले 4 दिनों से जारी हिंसा में अब तक 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से अधिकतर पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद के समर्थक आम नागरिक थे और वे सभी अलावी अल्पसंख्यक समुदाय से आते थे। महिलाओं को सड़क पर नग्न परेड कराने का भी दावा किया गया है।
HTS नेता अबू मोहम्मद अल-जुलानी ने खुद को सीरिया का नया राष्ट्रपति घोषित किया है।
ब्रिटेन स्थित सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स (एसओएचआर) ने कहा है कि सीरिया में शुक्रवार और शनिवार को अलावी समुदाय को निशाना बनाकर किए गए हमलों में करीब 745 आम लोग मारे गए हैं। इसके अलावा 125 सरकारी सुरक्षा बलों के लोग और 148 असद समर्थक भी मारे गए हैं। लताकिया शहर के आसपास बिजली और पानी की सप्लाई भी बंद कर दी गई है। यहां बड़ी तादाद में अलावी समुदाय के लोग रहते हैं।