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    पुलिस अधीक्षक बलिया द्वारा टी.डी. कालेज बलिया में की गयी डिजिटल वारियर्स की मीटिंग

    उत्तर प्रदेश जनपद बलिया
    इनपुट: हिमांशु शेखर 

    बलिया उत्तरप्रदेश:---बलिया पुलिस द्वारा बनाया जाएगा डिजिटल वारियर्स का वाट्सऐप ग्रुप, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स होंगे पुलिस के डिजिटल वारियर्स ।

    साइबर जागरूकता अभियान के प्रचार प्रसार के साथ साथ किसी भी प्रकार की भ्रामक खबरों का खण्डन करने में करेंगे पुलिस की सहायता ।
    आज दिनांक 01.02.2025 को *टी.डी. कालेज बलिया में पुलिस अधीक्षक महोदय बलिया श्री ओमवीर सिंह द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) श्री कृपा शंकर*, प्रभारी मीडिया सेल श्री प्रवीण कुमार सिंह, प्रभारी साइबर सेल श्री नदीम अहमद फरीदी, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली श्री योगेन्द्र बहादुर सिंह एवं कालेज स्टाफ की उपस्थिति में कालेज के छात्र/छात्राओं के साथ साइबर जागरूकता व अफवाह/भ्रामक खबर तथा अपराध एवं अपराधियों की रोकथाम हेतु मीटिंग की गयी ।
    साइबर अपराध की रोकथाम-
                  
    साइबर अपराध को इंटरनेट और कंप्यूटर के अवैध उपयोग के रूप में उल्लेखित किया जा सकता है। तकनीकी के विकास के चलते अपराधी भी अपराध करने के नये-नये तरीके इजाद कर रहे है। आजकल प्रत्येक व्यक्ति मोबाइल व इण्टरनेट बैकिंग का प्रयोग कर रहा है। इंटरनेट के प्रयोग किये जाने से जानकारी के अभाव में कई लोग साइबर अपराध का शिकार हो जाते हैं। इसको दृष्टिगत रखते हुए पुलिस अधीक्षक बलिया द्वारा जनपद बलिया में आमजन को साइबर अपराध से बचाव एवं इससे निपटने के लिये बरती जाने वाली सावधानियों के प्रचार प्रसार हेतु PPT (पावर प्वाइंट प्रजेन्टेशन) के माध्यम से पुलिस लाइन सभागार में इंटरनेट के माध्यम से हो रहे अपराधों (डिजिटल अरेस्ट, फेक कॉल, वीडियो कॉल, सिम स्वैपिंक, लोन फ्राड, OTP/PIN फ्राड आदि ) के बारे में जानकारी दी गयी और इंटरनेट के प्रयोग के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी देकर सभी जागरूक किया गया तथा सभी से अपील की गयी कि वे डिजिटल वारियर्स के रूप में समाज के हित में जागरूकता के प्रचार प्रसार में पुलिस की सहायता करें तथा किसी प्रकार की घटना/दुर्घटना के संबंध में ग्रुप के माध्यम से पुलिस को सूचित करें ।
                   बलिया पुलिस के सभी थाना प्रभारी, क्षेत्राधिकारी व अपर पुलिस अधीक्षक प्रतिदिन विद्यालयों, प्रतिष्ठित संस्थाओं एवं महत्वपूर्ण स्थानों पर वर्कशॉप एवं गोष्ठियां कर इंटरनेट के माध्यम से हो रहे इन अपराधों के बारे में जानकारी दे रहे है और इंटरनेट के प्रयोग के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी दी जा रही है। इसके अतिरिक्त विद्यालयों में पम्पलेट वितरित कर महत्वपूर्ण स्थानों पर पम्पलेट/पोस्टर चस्पा किये जाने की कार्यवाही की जा रही है।

                इसी क्रम में आज टीडी कालेज बलिया में डिजिटल वारियर्स वर्कशाप में *मीडिया सेल प्रभारी श्री प्रवीण कुमार सिंह* द्वारा बताया गया कि डिजिटल वालंटियर्स ग्रुप्स जिसकी शुरूआत वर्ष 2018 में की गयी थी जिसकी सफलता के उपरान्त श्रीमान् पुलिस महानिदेशक उ0प्र0 पुलिस के आदेश के क्रम में सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वाले स्वच्छ विचार के लोगो को *डिजिटल वारियर्स* के रूप में जोड़ा जा रहा है आदि के संबंध में जानकारी दी गयी । 

    तत्पश्चात *प्रभारी निरीक्षक साइबर थाना नि0 श्री नदीम अहमद फरीदी* व *आरक्षी अमरनाथ मिश्र* द्वारा प्रेजेंटेशन (PPT) के माध्यम से सभी को साइबर अपराध की जानकारी दी गयी और बताया कि इंटरनेट के उपयोग की सही जानकारी होने पर साइबर अपराध से बचा जा सकता है । इसी क्रम में ATM में ट्रांजेक्सन करते समय अन्य कोई व्यक्ति उपस्थित न रहे, बैंक के नाम पर टेलीफोन कॉल पर एटीएम/बैंक अकाउंट्स सम्बन्धी कोई जानकारी जैसे OTP, CVV नम्बर आदि कभी भी किसी से साझा न करे। बीमा कम्पनी, नौकरी.कॉम के नाम से कॉल किये जाने पर बिना सत्यापन किये कोई जानकारी न दे। इसके अलावा सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे व्हाट्सअप, ट्विटर(X), फेसबुक व इंस्टाग्राम पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी सार्वजनिक न करें क्योंकि कोई भी व्यक्ति आसानी से आपकी जानकारी का इस्तेमाल कर दुरूपयोग कर सकता है। इस प्रकार के एप्स डाउनलोड किये जाते समय प्राईवेसी सम्बन्धी आप्शन का भली-भांति अवलोकन करने के बाद ही सहमती/असहमती देते हुए प्रक्रिया पूर्ण करें। फर्जी लॉटरी लगने का कॉल करने वालों को कभी अपनी बैंक की डिटेल शेयर न करें। डिजिटल अरेस्ट से बचाव हेतु बताया गया कि किसी भी अनजान कॉल/मैसेज पर प्रतिक्रिया न दें, टावर लगाने के नाम पर भी लोगों से ठगी की जाती है, इससे बचने हेतु किसी अज्ञात बैंक खाता में पैसा जमा न करें। कोई कम्पनी कम लागत में अधिक पैसे कमाने का लालच देती है तो सावधान रहिये ऐसी कंपनी फर्जी होती हैं जो आपका पैसा लेकर कंपनी को बंद कर भाग जाते हैं। ठगों द्वारा फर्जी ऑफिस खोलकर, कम ब्याज दर पर अधिक लोन, बिना किसी कागज के आसानी से लोन दिलवाने हेतु फर्जी विज्ञापन प्रसारित किया जाता है और प्रोसेसिंग फीस के रुप में एकाउंट में रुपये जमा कराके फरार हो जाते है। मोबाइल व सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट्स के सुरक्षित प्रयोग के बारे में भी बताया गया। छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखकर इंटरनेट प्रयोग किये जाने पर साइबर अपराध के शिकार होने से बचा जा सकता है। जागरूक बनें और अपने धन की स्वयं सुरक्षा करने के सिद्वान्त पर काम करें। अन्त में पुलिस अधीक्षक बलिया ने सभी छात्र/छात्राओँ से अपेक्षा की कि वर्कशॉप में दी गई जानकारी को अपने परिवार, आस-पड़ोस में अधिक से अधिक लोगों को बतायें जिससे की कोई भी व्यक्ति जानकारी के आभाव में साइबर अपराधियों का शिकार न हो। 
                   
    उक्त मीटिंग में अपर पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) श्री कृपा शंकर, प्रो0 रविन्द्र नाथ मिश्र, प्रो0 दयालानन्द राय, प्रो0 अशोक सिंह, डॉ. रमेश कुमार राय, प्रो0 संतोष गुप्ता, डॉ. कौशल पाण्डेय, डॉ. शिवनारायण यादव, डॉ. मुनेन्द्र यादव, प्रभारी मीडिया सेल श्री प्रवीण कुमार सिंह, प्रभारी साइबर सेल श्री नदीम अहमद फरीदी, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली श्री योगेन्द्र बहादुर सिंह, सिविल लाइन चौकी प्रभारी श्री अजय पाल, मीडिया सेल के कम्प्यूटर ऑपरेटर अमित कुमार यादव, आरक्षी जितेन्द्र यादव, साइबर सेल के आरक्षी अमरनाथ मिश्र मौजूद रहे ।

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