उत्तर प्रदेश बलिया
इनपुट: हिमांशु शेखर
बलिया उत्तरप्रदेश:---रोजमेरी आयुर्वेदिक गुणों वाला पौधा हैं। इसके कई अलग-अलग प्रकार के स्वास्थ्यवर्धक लाभ होते हैं, आयुर्वेद में हजारों सालों से रोजमेरी का इस्तेमाल अनेक प्रकार की दवाएं बनाने के लिए किया जा रहा हैं। रोजमेरी को भारत में गुलमेंहदी के नाम से भी जाना जाता हैं।
■ रोजमेरी के फायदे:-
• बाल झड़ने की समस्या से छुटकारा।
• मस्तिष्क क्रिया में सुधार लाता हैं।
• दर्द कम करने में प्रभावी।
• शारीरिक व मानसिक तनाव से राहत दिलाता हैं।
■ रोजमेरी के पौधे को कैसे लगाए:-
रोजमेरी के पौधे को बीज और कटिंग दोनों तरीको से लगा सकते हैं। बीज से लगाने के लिए इसके बीज खरीदकर मिट्टी और कम्पोस्ट के मिश्रण में दबा दीजिए और पानी डालकर सेमी-शेड वाली जगह पर रख दीजिए, कुछ दिन में रोजमेरी के बीज अंकुरित होने लगेंगे। आप चाहे तो नर्सरी से इसके पौधे भी खरीदकर लगा सकते हैं।
■ रोजमेरी के पौधे की देखभाल करने के लिए, इन बातों का ध्यान रखें:-
• रोजमेरी को रोजाना 6 से 8 घंटे की धूप चाहिए।
• रोजमेरी को मध्यम अम्लीय से लेकर मध्यम क्षारीय मिट्टी में लगाये।
• रोजमेरी को गीली मिट्टी पसंद नहीं हैं इसलिए इसमें पानी तभी डालें जब इसकी मिट्टी एक-तिहाई भाग तक सूखी दिखाई दें।
• रोजमेरी को स्वस्थ व हरा-भरा रखने के लिए, वसंत और बरसात में इसकी कटाई-छंटाई जरूर करें।
• रोजमेरी को पोटैशियम युक्त खाद डालें, इसके लिए आप इसमें केले और प्याज के छिलके का खाद डाले।
• रोजमेरी को सर्दियों के मौसम में ओस और कोहरे से बचाकर रखें।